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सिकंदर का पुत्र कौन था

सिकंदर का पुत्र कौन था यह सवाल अक्सर इतिहास में पूछा जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सिकंदर महान की वीरता, उसकी विजय और उसकी साम्राज्य के बारे में जानना चाहते हैं। सिकंदर महान, जो इतिहास में अपनी असाधारण युद्धनीति, विस्तारवादी नीति और सशक्त नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध हैं, ने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी थी। सिकंदर ने एशिया के बड़े हिस्से को जीतकर अपनी सत्ता स्थापित की थी। लेकिन सिकंदर का एक और पहलू था जो कम चर्चा में आया है, वह है उनका पुत्र और उसका इतिहास में स्थान। तो चलिए जानते हैं सिकंदर का पुत्र कौन था और उसका जीवन कैसा था।

सिकंदर का पुत्र

सिकंदर महान का पुत्र एरियस (Alexander IV) था। एरियस का जन्म 323 ईसा पूर्व में हुआ था, जब सिकंदर का निधन हुआ था। सिकंदर की पत्नी रॉक्साना ने एरियस को जन्म दिया था। सिकंदर की मृत्यु के बाद, एरियस और उसकी मां रॉक्साना ने अपने आप को एक नए और कठिन राजनीतिक वातावरण में पाया, क्योंकि सिकंदर की महान साम्राज्य की सत्ता को संभालने के लिए कई जनरल्स और राजनीतिक नेता आपस में संघर्ष कर रहे थे।

एरियस का जन्म और प्रारंभिक जीवन

एरियस का जन्म बबलोन (वर्तमान इराक) में हुआ था, जहां सिकंदर ने अपनी अंतिम सांस ली थी। सिकंदर की मृत्यु के समय एरियस केवल कुछ महीनों का था, और वह पूरी तरह से निर्दोष और असहाय था। रॉक्साना ने अपने बेटे को सिकंदर के साम्राज्य का उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन एरियस का शासन अधिक समय तक स्थिर नहीं रह सका। सिकंदर के साम्राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न जनरलों के बीच सत्ता संघर्ष शुरू हो गया, जो अंततः एरियस के शासन को प्रभावित करने लगा।

एरियस की स्थिति और राजनीतिक संकट

सिकंदर की मृत्यु के बाद उसके साम्राज्य में विभाजन हो गया और विभिन्न जनरलों ने अपने-अपने क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया। एरियस और उसकी मां रॉक्साना ने अपनी पहचान बचाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन सेना और जनरलों की शक्ति के सामने उनकी स्थिति कमजोर हो गई। एरियस को अपने जीवन में कभी भी स्वतंत्र शासन का अनुभव नहीं हुआ, क्योंकि उसे हमेशा उन जनरलों की निगरानी में रखा गया, जिन्होंने सिकंदर के साम्राज्य का बंटवारा किया था।

रॉक्साना और एरियस का दुखद अंत

चूंकि एरियस एक छोटे बच्चे थे, इसलिए रॉक्साना ने अपनी ओर से साम्राज्य की सत्ता को संभालने की कोशिश की। लेकिन समय के साथ, सत्ता की ताकत के लिए संघर्ष बढ़ता गया। अंततः, एरियस और रॉक्साना का दुखद अंत हुआ। जब एरियस कुछ साल का था, तो उसके खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया। कुछ जनरलों ने उसे और उसकी मां रॉक्साना को हत्या करने का आदेश दिया, ताकि वे अपने प्रभाव का विस्तार कर सकें। कुछ समय बाद, एरियस की हत्या कर दी गई और रॉक्साना को भी मारा गया। इस प्रकार, सिकंदर का पुत्र एक छोटे जीवन में ही मृत्यु को प्राप्त हो गया और उसका नाम इतिहास में केवल एक दुखद कहानी बनकर रह गया।

एरियस का ऐतिहासिक महत्व

हालांकि एरियस का जीवन बहुत छोटा था और उसे कभी भी स्वतंत्र शासन का अनुभव नहीं हुआ, फिर भी उसका नाम सिकंदर महान के वंशज के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया। एरियस के शाही परिवार से होने के कारण ही वह इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उनका जीवन और मृत्यु सिकंदर के साम्राज्य की विघटन की कहानी के साथ जुड़ा हुआ है।

निष्कर्ष

सिकंदर का पुत्र कौन था इस सवाल का उत्तर एरियस था, जो सिकंदर महान का बेटा था। हालांकि एरियस का जीवन बहुत छोटा था और उसे कोई स्वतंत्र शासन नहीं मिला, लेकिन उसका नाम सिकंदर के महान साम्राज्य के इतिहास में हमेशा रहेगा। एरियस की मृत्यु के बाद, सिकंदर का साम्राज्य पूरी तरह से टूट गया और विभिन्न जनरलों के बीच बंट गया, जिससे अंततः महान साम्राज्य का पतन हुआ। हालांकि एरियस का जीवन न तो लंबा था और न ही वह किसी महान कार्य को अंजाम दे पाए, फिर भी उनका इतिहास में स्थान हमेशा रहेगा।

FAQ’s

प्रश्न: – सिकंदर का पुत्र कौन था?

उत्तर: – सिकंदर का पुत्र एरियस था, जो सिकंदर और उनकी पत्नी रॉक्साना का बेटा था।

प्रश्न: – एरियस का जीवन कैसा था?

उत्तर: – एरियस का जीवन बहुत छोटा और दुखद था। वह अपने पिता के साम्राज्य का उत्तराधिकारी था, लेकिन सत्ता संघर्षों के कारण उसे कभी भी स्वतंत्र शासन का मौका नहीं मिला और अंततः उसकी हत्या कर दी गई।

प्रश्न: – एरियस की मृत्यु कैसे हुई?

उत्तर: – एरियस की हत्या सिकंदर के साम्राज्य के जनरलों द्वारा की गई थी, जिन्होंने सत्ता की दौड़ में उसे और उसकी मां रॉक्साना को मार दिया।

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