मृतक की फोटो किस दिशा में लगाना चाहिए? यह प्रश्न अक्सर उन लोगों के मन में आता है जो अपने पूर्वजों या स्वर्गवासी परिवारजनों की यादों को सम्मान के साथ संजोना चाहते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मृतक की फोटो लगाने की दिशा का चुनाव न केवल भावनात्मक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका घर की ऊर्जा और सदस्यों के मानसिक शांति से भी गहरा संबंध होता है। गलत दिशा में लगी तस्वीरें नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं, जबकि सही दिशा का चयन पूर्वजों का आशीर्वाद और सकारात्मक वातावरण बनाए रखता है। आइए जानते हैं कि वास्तु के नियमों के अनुसार मृतक की फोटो को किस दिशा में लगाना उचित माना जाता है।
दक्षिण दिशा: पूर्वजों से जुड़ाव का प्रतीक
वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को पूर्वजों और मृतकों से जोड़ा जाता है। यह दिशा यम की दिशा मानी जाती है और इसे मृत्यु व आत्माओं के साथ संवाद का केंद्र माना जाता है। इसलिए, मृतक की फोटो को दक्षिण दिशा की दीवार पर लगाना सबसे उपयुक्त माना जाता है। यहाँ तस्वीर लगाने से पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है और घर में शांति का वातावरण रहता है। हालाँकि, ध्यान रखें कि तस्वीर का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि उत्तर दिशा को दिव्य ऊर्जा और जीवंतता का प्रतीक माना जाता है।
पश्चिम दिशा: संयम और सम्मान का प्रतीक
अगर दक्षिण दिशा में जगह न हो, तो पश्चिम दिशा भी मृतक की फोटो लगाने के लिए उपयुक्त हो सकती है। यह दिशा भावनात्मक स्थिरता और सम्मान का प्रतीक है। इस दिशा में तस्वीर लगाते समय यह सुनिश्चित करें कि फोटो का साइज़ बहुत बड़ा न हो और उसे जमीन से कम से कम 5-6 फुट ऊपर लगाया जाए। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है और पूर्वजों के प्रति सम्मान व्यक्त होता है।
इन दिशाओं से बचें: उत्तर-पूर्व और बेडरूम
वास्तु के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को भगवान और पवित्रता का स्थान माना जाता है। इस दिशा में मृतक की फोटो लगाना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यहाँ दिव्य ऊर्जा का प्रवाह होता है। इसके अलावा, बेडरूम या डाइनिंग टेबल के पास भी मृतक की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इन जगहों पर तस्वीरें लगाने से नकारात्मकता और मानसिक अशांति बढ़ सकती है।
महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स
- मृतक की फोटो हमेशा सादे और गहरे रंग के फ्रेम में लगाएँ। चमकीले या भड़कीले फ्रेम अशुभ माने जाते हैं।
- तस्वीर को कभी भी टूटी हुई दीवार या नमी वाली जगह पर न लगाएँ।
- फोटो के पास हमेशा तुलसी का पौधा रखें या दीपक जलाएँ। इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- अगर परिवार में कलह या बीमारी हो, तो मृतक की तस्वीर को अस्थायी रूप से हटा दें।
निष्कर्ष
मृतक की फोटो लगाने की दिशा का चुनाव वास्तु नियमों के अनुसार करना अत्यंत आवश्यक है। दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाई गई तस्वीरें न केवल पूर्वजों के प्रति सम्मान दर्शाती हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संतुलन भी बनाए रखती हैं। इसके विपरीत, गलत दिशा या स्थान पर लगी तस्वीरें अवांछित परेशानियों का कारण बन सकती हैं। इसलिए, वास्तु के नियमों को ध्यान में रखते हुए मृतक की फोटो को सही दिशा में लगाकर उनकी स्मृति को गरिमा और श्रद्धा के साथ संजोएँ। याद रखें, पूर्वजों का आशीर्वाद ही परिवार की समृद्धि और एकता का आधार होता है।