भगवान की फोटो किस दिशा में लगानी चाहिए? यह सवाल अक्सर उन लोगों के मन में आता है जो घर में देवी-देवताओं की तस्वीरें या मूर्तियाँ स्थापित करते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहते हैं। वास्तु के अनुसार, भगवान की फोटो को सही दिशा में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, मानसिक शांति मिलती है, और ईश्वरीय कृपा बनी रहती है। गलत दिशा या स्थान पर लगी तस्वीरें अशुभ प्रभाव भी डाल सकती हैं। आइए जानते हैं कि भगवान की तस्वीरों को किस दिशा में लगाना शुभ माना जाता है और किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
1. उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण): सबसे शुभ स्थान
वास्तु शास्त्र में उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है और इसे भगवान का निवास स्थान माना जाता है। यह दिशा पवित्रता, आध्यात्मिक ऊर्जा, और ज्ञान का प्रतीक है। इसलिए, भगवान की तस्वीरें या मूर्तियाँ इस दिशा में लगाना सबसे अधिक फलदायी माना जाता है। ईशान कोण में लगी तस्वीरों के सामने दीपक जलाने या पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक वातावरण बना रहता है।
2. पूर्व दिशा: सूर्योदय और ऊर्जा का स्रोत
पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा माना जाता है, जो नई शुरुआत और ऊर्जा का प्रतीक है। इस दिशा में भगवान की तस्वीरें लगाने से घर में उजाला और आशावादी माहौल बना रहता है। विशेष रूप से भगवान सूर्य, हनुमान जी, या विष्णु जी की तस्वीरें पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। सुबह की पहली किरणें तस्वीरों पर पड़ने से घर की नकारात्मकता दूर होती है।
3. पश्चिम दिशा: वैकल्पिक विकल्प
अगर उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में जगह न हो, तो पश्चिम दिशा में भी भगवान की तस्वीरें लगाई जा सकती हैं। इस दिशा में तस्वीर लगाते समय ध्यान रखें कि भगवान का मुख पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति और धन लाभ होता है।
इन दिशाओं से बचें: दक्षिण और अस्वच्छ स्थान
- दक्षिण दिशा: इसे पूर्वजों और मृत्यु से जोड़ा जाता है। इस दिशा में भगवान की तस्वीरें लगाना अशुभ माना जाता है।
- बाथरूम या किचन के पास: भगवान की तस्वीरें कभी भी गंदे या अव्यवस्थित स्थानों के पास न लगाएँ।
वास्तु टिप्स:
- तस्वीरों को हमेशा साफ-सुथरी और अच्छी तरह से सजाकर लगाएँ।
- भगवान की तस्वीरें जमीन से ऊँचाई पर (कम से कम 5 फुट) लगाएँ।
- टूटे हुए फ्रेम या धूल भरी तस्वीरों का उपयोग न करें।
- रोजाना तस्वीर के सामने दीपक जलाएँ या मंत्रों का जाप करें।
निष्कर्ष:
भगवान की फोटो लगाने की दिशा का चुनाव वास्तु नियमों के अनुसार करना न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि घर के वातावरण को पवित्र और शांतिपूर्ण भी बनाता है। उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगी तस्वीरें भक्ति और ऊर्जा का केंद्र बन जाती हैं। इसके विपरीत, गलत दिशा में लगी तस्वीरें अशांति का कारण बन सकती हैं। इसलिए, वास्तु के सिद्धांतों को ध्यान में रखकर ही भगवान की तस्वीरों को स्थापित करें और उनकी कृपा पाएँ।
FAQ’s
प्रश्न: – क्या भगवान की तस्वीर को दक्षिण दिशा में लगाना गलत है?
उत्तर: – हाँ, वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा को पूर्वजों और मृत्यु से जोड़ा जाता है। इस दिशा में भगवान की तस्वीर लगाना अशुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।
प्रश्न: – क्या एक से अधिक दिशाओं में भगवान की तस्वीरें लगाई जा सकती हैं?
उत्तर: – जी हाँ, आप उत्तर-पूर्व, पूर्व या पश्चिम दिशा में एक साथ भगवान की अलग-अलग तस्वीरें लगा सकते हैं। हालाँकि, ध्यान रखें कि सभी तस्वीरों का मुख पूर्व या उत्तर की ओर हो और उन्हें साफ-सुथरा रखा जाए।